स्वामित्व योजना के तहत “देखें अपनी घरौनी”उत्तर प्रदेश सरकार ने 89.19 लाख घरौनी तैयार कीं
उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वामित्व योजना के तहत 63,364 गांवों में 89.19 लाख घरौनी तैयार करने का महत्वपूर्ण कार्य पूरा कर लिया है। यह जानकारी राज्य सरकार ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर साझा की है।
राजस्व परिषद ने इस योजना के तहत कुल 90,573 गांवों को चिह्नित किया है, जहां घरौनी तैयार की जानी है। इनमें से अधिकतर गांवों में अब तक घरौनी तैयार करने का काम लगभग पूरा हो चुका है। यह योजना ग्रामीण आबादी को उनके घरों का स्वामित्व प्रमाण पत्र प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति के अधिकार को मजबूत किया जा सके।
स्वामित्व योजना का उद्देश्य- स्वामित्व योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को उनके आवासीय संपत्तियों का स्वामित्व प्रदान करना है। इस योजना के अंतर्गत, ड्रोन सर्वेक्षण के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की जमीनों का सीमांकन किया जाता है और प्रत्येक परिवार को उनके घर का स्वामित्व प्रमाण पत्र, जिसे ‘घरौनी’ कहा जाता है, प्रदान किया जाता है। यह प्रमाण पत्र न केवल ग्रामीणों को संपत्ति के अधिकार प्रदान करता है, बल्कि उन्हें बैंकों से ऋण लेने में भी मदद करता है।
- उत्तर प्रदेश सरकार की पहल उत्तर प्रदेश सरकार ने इस योजना को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया है। 90,573 गांवों में घरौनी तैयार करने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से अब तक 63,364 गांवों में 89.19 लाख घरौनी तैयार की जा चुकी हैं। यह एक बड़ी उपलब्धि है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति अधिकारों को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आगे का रास्ता राज्य सरकार अब शेष गांवों में भी घरौनी तैयार करने के लिए तेजी से कार्य कर रही है। इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन से न केवल ग्रामीणों को उनके घरों का स्वामित्व मिलेगा, बल्कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई इस पहल से राज्य के लाखों ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा और यह उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
स्वामित्व योजना के तहत घरौनी के लाभ:
उत्तर प्रदेश सरकार की स्वामित्व योजना के अंतर्गत घरौनी तैयार करने से ग्रामीणों को कई महत्वपूर्ण लाभ मिलते हैं। आइए जानते हैं इन घरौनी के कुछ प्रमुख लाभों के बारे में:
- घर का नक्शा तैयार होगा: घरौनी के माध्यम से आपके घर का आधिकारिक नक्शा तैयार किया जाएगा, जिससे संपत्ति की सही जानकारी सुनिश्चित होगी।
- घर के वर्तमान क्षेत्रफल की जानकारी: इस योजना के तहत, घरों के वर्तमान क्षेत्रफल की पूरी जानकारी संबंधित विभाग को प्राप्त हो जाएगी, जिससे संपत्ति की सही पहचान और प्रबंधन में सहायता मिलेगी।
- परिवार के सदस्यों के नाम शामिल: घरौनी में परिवार के मुखिया के साथ-साथ अन्य सदस्यों के नाम भी शामिल किए जा सकते हैं, जिससे संपत्ति पर सभी का अधिकार स्पष्ट हो सके।
- विवाद रहित संपत्ति विभाजन: घरौनी के माध्यम से संपत्ति का स्पष्ट विवरण उपलब्ध होने के कारण विभाजन में विवाद की संभावना कम हो जाती है।
- लोन प्राप्त करने में सुविधा: घरौनी प्राप्त करने के बाद, इस दस्तावेज़ का उपयोग बैंक से लोन लेने के लिए भी किया जा सकता है, जिससे ग्रामीणों को आर्थिक सहायता मिल सकती है।
ये सभी लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति अधिकारों को मजबूत करने और ग्रामीण जीवन को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।