UP Police Exam 2024
उत्तर प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा आयोजित करने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने व्यापक तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस परीक्षा के माध्यम से 60,244 कांस्टेबलों का चयन किया जाएगा, जो 23 से 25 अगस्त और 30 से 31 अगस्त के बीच 67 जिलों में आयोजित की जाएगी। निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं। इसके अलावा, उम्मीदवार यूपी रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा कर सकेंगे, जिसमें उनके एडमिट कार्ड टिकट के रूप में काम करेंगे।
परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए यूपी पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने पिछले 12 वर्षों में पेपर लीक और सॉल्वर गैंग जैसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल 1,500 से अधिक व्यक्तियों पर सक्रिय रूप से निगरानी रखी है। पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 48 लाख अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन पहले ही पूरा हो चुका है, जबकि शेष सत्यापन जारी है। परीक्षा केंद्रों पर ईकेवाईसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी, जो संदिग्ध अभ्यर्थियों की पहचान सत्यापित करने के लिए होंगी और उनकी परीक्षा के बाद भी जांच की जाएगी।
उम्मीदवारों ने मंगलवार से ही उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) की वेबसाइट से अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड करना शुरू कर दिया है। अभ्यर्थी अपनी संबंधित परीक्षा तिथियों से तीन दिन पहले अपने एडमिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।
सुरक्षा और सत्यापन के व्यापक उपाय
UPPRPB के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
के निर्देशों के अनुरूप आगामी पुलिस भर्ती परीक्षा की शुचिता सुनिश्चित करने के लिए केवल सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों को ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है। पांच दिनों तक चलने वाली इस परीक्षा में 48,17,441 अभ्यर्थियों के बैठने के लिए 67 जिलों में कुल 1,174 केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा को सुचारू और सुरक्षित तरीके से आयोजित करने के लिए प्रत्येक जिले में दो नोडल अधिकारी—एक जिला प्रशासन (एडीएम) से और एक पुलिस बल (एडिशनल एसपी) से नियुक्त किए गए हैं। ये अधिकारी एसपी, एएसपी और डिप्टी एसपी रैंक के नियुक्त पर्यवेक्षकों के साथ पिछले 25 दिनों से बोर्ड के साथ लगातार संपर्क में हैं।
अध्यक्ष ने आगे बताया कि सभी 48 लाख अभ्यर्थियों का आधार सत्यापन पूरा हो चुका है, जबकि 20,000 की पहचान संदिग्ध के रूप में की गई है। इन अभ्यर्थियों को अपने परीक्षा केंद्रों पर निर्धारित समय से ढाई घंटे पहले पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट जैसे अतिरिक्त पहचान दस्तावेजों के साथ पहुंचने का निर्देश दिया गया है। केंद्रों पर उनका ईकेवाईसी सत्यापन किया जाएगा और परीक्षा के बाद भी उन पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों पर समय प्रबंधन में सहायता के लिए 17,000 दीवार घड़ियां लगाई गई हैं।
धोखाधड़ी पर सख्त निगरानी
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने आगामी पुलिस भर्ती परीक्षा के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं। अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के अलावा परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों के समय प्रबंधन में सहायता के लिए 17,000 दीवार घड़ियां लगाई गई हैं। बोर्ड ने यूपी पुलिस और एसटीएफ को उन व्यक्तियों की एक विस्तृत सूची उपलब्ध कराई है, साथ ही लगभग 10 टेलीग्राम चैनलों पर चल रहे धोखाधड़ी गिरोहों की जानकारी भी दी है। इस जानकारी का इस्तेमाल इन समूहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए किया जा रहा है और बोर्ड अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए अभ्यर्थियों को इन जालसाजों से सावधान रहने की चेतावनी दे रहा है।
बसों में एडमिट कार्ड बनेगा टिकट
अध्यक्ष ने आगे बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभ्यर्थियों के लिए कई सुविधाएं प्रदान की हैं। यूपी रोडवेज की बसें उम्मीदवारों को मुफ्त यात्रा की सुविधा देंगी, जिसमें उनके एडमिट कार्ड टिकट के रूप में काम आएंगे। उम्मीदवारों को बस कंडक्टर को अपने एडमिट कार्ड की फोटोकॉपी दिखानी होगी। इसके अलावा, योगी सरकार अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए ओएमआर शीट भरने के लिए अतिरिक्त 5 मिनट भी दे रही है। 20 अगस्त को दोपहर 1 बजे तक बोर्ड की वेबसाइट से लगभग 3,56,918 एडमिट कार्ड डाउनलोड किए जा चुके हैं। परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की कुल संख्या 4,60,000 है, और प्रत्येक परीक्षा तिथि से तीन दिन पहले एडमिट कार्ड डाउनलोड के लिए उपलब्ध होंगे।